Bal Ganesh
Bal Ganesh
Dr. Mahendra Mittal
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हिंदू धर्म में सिद्धि विनायक एवं विघ्नहरण श्री गणेश जी की पूजा सभी अनुष्ठानों में सर्वप्रथम होती है। गौरीनंदन श्री गणेश संसार के सभी में सर्वश्रेष्ठ हैं और उनके अधीश्वर हैं। वे भगवान शिव के दिव्तीय पुत्र हैं। अपने बुद्धि कौशल से वे अपने बड़े भाई कार्तिकेय से भी अग्रणी हैं। शिव गणों के अहंकार का विनाश करने के लिए ही श्री गणेश का जन्म हुआ था। जन्म के समय गणेश जी सामान्य मानव शिशु की भाँति ही थे। परंतु भगवान शिव का विरोध करने पर उन्हें अपने वास्तविक मानव मुख से वंचित होना पड़ा। अपनी माता के आन-मान और वचन की रक्षा के लिये ही उन्हें अपने पिता शिव का विरोध करना पड़ा था। जिसे निभाने के लिए उन्होंने अपना शीश तक कटवा दिया था। परंतु बाद में विवश होकर भगवान शिव को अपने पुत्र के धड़ पर हाथी का शीश लगाकर जीवित करना पड़ा। इस घटना के उपरांत ही देवताओं ने श्री गणेश की अग्रपूजा का विधान निश्चित किया था। प्रस्तुत पुस्तक में श्री गणेश के बचपन की घटनाओं का आकलन चित्रो सहित किया गणों गया है।
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Paperback
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Dr. Mahendra Mittal
