Bhartiya Swatantrta Sangram Mein Gadar Party
Bhartiya Swatantrta Sangram Mein Gadar Party
Dr. Kiran Singh
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पुस्तक में ऐसे देशभक्तों, आजादी के दीवानों, गुलामी के जहर को खत्म करने वाले अमर शहीदों के शौर्यपूर्ण कार्यों, अदम्य साहस, हँसते-हँसते फाँसी के फन्दे को चूमने तथा बड़ी दिलेरी के साथ मौत को गले लगाने को प्रकाश में लाना है। जिन्होंने अपना कल हमारे आज के लिए बलिदान कर दिया। यह आजादी का भवन उन शहीदों की हड्डियों पर खड़ा है, शहीदों ने अपने खून से आजादी की दाग-बेल डाली। गदर पार्टी के शहीदों में आजादी की तड़प थी। गदरियों ने अपना तन-मन-धन भारत की स्वाधीनता के लिए कुर्बान कर दिया।
गदर पार्टी का इतिहास हजारों देशभक्तों का इतिहास है। हजारों गदरी गुमनाम शहीद हो गए, उनका नाम इतिहास के पन्नों पर अंकित नहीं किया गया। गदर पार्टी के हजारों क्रान्तिकारियों को पंक्ति में खड़ा करके गोली मार दी गई, हजारों गदरियों को फाँसी पर लटकाया गया। ये आजादी के दीवाने देशभक्ति के गीत गाते-गाते शहीद हो गए। हजारों की संख्या में गदर पार्टी के क्रान्तिकारियों को अण्डमान-निकोबार (काला पानी) की जेल में डाल दिया गया तथा उनके साथ अमानवीय व्यवहार व क्रूर यातनाएँ दी गईं, जिससे अनेक गदरियों की दर्दनाक मौत हो गईं तथा उनकी लाश को समुद्र में फेंक दिया गया। अनेक गदरी अमानवीय व्यवहार के कारण पागल हो गए। ब्रतानिया सरकार इनके शौर्यपूर्ण बलिदान से भयभीत हो गई।
गदरियों ने गुलामी के जहर को खत्म करने के लिए अपनी बेशकीमती जान होम कर आजादी के पौधे को अपने खून से सींचा, लेकिन उनके शौर्यपूर्ण कार्यों, महान त्याग व साहसपूर्ण बलिदानों को भुला दिया गया। इनका भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया। वे ऐसी महान आत्माएँ थीं, जो नींव के पत्थर बन कर इतिहासकारों की दृष्टि से लुप्त रहीं। गदर पार्टी के शहीदों के शीर्यपूर्ण दिल को कैंपा देने वाले कार्यों, बलिदान को प्रकाश में नहीं लाया गया, उनके कीर्ति स्मारक नहीं बने, उन पर महाकाव्य नहीं लिखे गए। प्रस्तुत पुस्तक में ऐसे गुमनाम गदर पार्टी के शहीदों की कुर्बानियों, क्रान्तिकारी गतिविधियों को प्रकाश में लाने का प्रयास किया गया है। ताकि देश की जनता, छात्र-छात्राएँ, नवयुवक-नवयुवतियाँ तथा आने वाली पीढ़ी गदर पार्टी के शहीदों के शौर्यपूर्ण बलिदान, आजादी की तड़प व देश पर मर-मिटने की प्रबल चाह से प्रेरणा लेकर, देश-भक्ति से ओत-प्रोत होकर देश और समाज की उन्नति के लिए अग्रसर हो सके।
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Dr. Kiran Singh
