Bhartiya Vayu Sena Ki Shaurya Gatha: Bharat Pak Yudh - 1965
Bhartiya Vayu Sena Ki Shaurya Gatha: Bharat Pak Yudh - 1965
Rampal Singh
SKU:
1965 के इस युद्ध में सबसे बड़ा कारण था, आर्मी तथा वायु सेना के बीच सामंजस्य का न होना। आर्मी एयर फोर्स के जो लोग इस युद्ध में योजना बना रहे थे, उनका कहना था कि एयर पॉवर का इस्तेमाल किया जाए। आर्मी चीफ ने भी कई बार दबी जुबान से एयर फोर्स को युद्ध में इस्तेमाल करने की बात कही थी। जनरल कौल ने भी युद्ध के बीच में एयर फोर्स के प्रयोग की स्वीकृति दी थी। लेकिन सरकार अमेरिकन एयर फोर्स का सहारा लेना चाहती थी। जबकि राजनीतिज्ञ तथा नौकरशाह ने मिलकर योजना बनाई, जिसके अनुसार अमेरिकन राष्ट्रपति कैनेडी से कहा गया कि वे भारत की सहायता के लिए स्टार फाइटर (F-104) के 12 स्क्वाडून तथा बी-47 बाम्बर को चार स्क्वाड्रन तुरंत भेज कर चीन के विरुद्ध इस युद्ध में भारत की सहायता करें। लेकिन इन राजनीतिज्ञों ने एयर चीफ मार्शल से भी सलाह लेना उचित नहीं समझा। जबकि भारतीय वायु सेना युद्ध लड़ने के लिए स्वयं सक्षम थी। भारत सरकार अपना मन बना चुकी थी कि युद्धक विमानों का प्रयोग नहीं होगा। भारतीय वायु सेना को लड़ाई से दूर रखें, केवल ट्रांसपोर्ट से सहायता ली जाए। दूसरी तरफ सन् 1965 में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जब एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह से पूछा कि वायु सेना को युद्ध में भेजने के लिए कितना समय चाहिए तो उनका उत्तर था मात्र चौबीस घंटे। शास्त्री जी ने उन्हें अनुमति प्रदान की।
Couldn't load pickup availability
Share
Binding
Binding
Hard Cover
Author
Author
Rampal Singh
