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Bolo Gadha Maharaj Ki Jai
Bolo Gadha Maharaj Ki Jai
Rajender Raj
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दिन-रात योगा करो जीवन के सब रस भोगा करो झूठासन लूटासन बोलासन आश्वासन जन गण मन से बड़ा धन। - 'बोलो गधा महाराज की जय' खुले में निवृत्त होने में अलग ही आनंद आता है कभी-कभी धोना भी नहीं पड़ता सूअर आकर चाट जाता है। - 'जहाँ सोच वहाँ शौचालय' एक बाराती सपेरा बन बीन बजा रहा है दूजा जमीन पर लोटकर नागिन-सा बल खा रहा है। - 'इंडियन शादी का लाइव टेलीकास्ट' पैदल चलते-चलते जब फोन उठाते हैं खुद को फ्लाइट में बताते हैं हैंडपम्प से पानी पीते हैं बिस्लरी के गीत गाते हैं। - 'झूठ बोले कौआ काटे' मियाँ ने देखा सब्जीवाला कन्याओं पर अच्छा-खासा मेहरबान है उन्हें नींबू मुफ्त दे रहा है दाम भी कुछ कम ले रहा है। - 'खुल्ले पैसों का चक्कर'
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Rajender Raj
