Hitopdesh
Hitopdesh
Vishwa Deva Sharma
SKU:
कहानी कहने-सुनने की परम्परा मनुष्यता के बचपन से चली आ रही है। कहानियों के माध्यम से दुनियादारी की शिक्षा भी अनायास ही दी और पायी जाने लगी। इस तरह की कहानियोँ को नीति-कथा कहा जाता है और इनमें, संसार में सबसे पुरानी, साथ ही सबसे सुन्दर कहानियाँ ‘पंचतन्त्र’ की मानी जाती हैं छ्ठी शताब्दी में तो संस्कृत से इनका अबुवाद पहलवी भाषा में हो गया था और फिर तो संसार की शायद ही कोई उन्नत भाषा बची हो जिसमें ये कहानियाँ न पहुँची हों। अधिकांशत: ‘पंचतन्त्र’ में से कहानियाँ चुनकर ‘ हितोपदेश की रचना हुई। इसमें काव्य और उपदेश तत्त्व जोड़ा गया ताकि नीति के विषय में राजकुमारो और सामान्यत: सभी बच्चों के लिए यह एक सरल पाठ्य-पुस्तक बन जाय। मूल हितोपदेश में नीति के श्लोकों की संख्या इतनी अधिक है कि कथाप्रवाह प्राय: रुक-सा जाता है। अत: उसकी कहानियाँ अलग से कहना सदैव रोचक काम रहा है। उसी को और आगे हिंदी-पद्य में करने का साहस किया गया है। कथाओं का क्रम और सभी नाम और तथ्य मूल के अनुसार रखे गए हैं। इससे प्रस्तुत रचना में मूल की भी पर्याप्त सुरक्षा मिलेगी, साथ ही रोचकता में वृद्धि भी।
Couldn't load pickup availability
Share
Binding
Binding
Hard Cover
Author
Author
Vishwa Deva Sharma
