Jeevon Ke Shatru : Visshanu
Jeevon Ke Shatru : Visshanu
Kenneth M. Smith
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संक्रामक रोग सब जीवों के लिए एक महान् दुर्भाग्य है। इस बात में सन्देह नहीं है कि 'जीवाणुओं' से संक्रामक रोग फैलते हैं। सूक्ष्म जीव जिन्हें सीधे आंख से नहीं देखा जा सकता, पर संयुक्त सूक्ष्मदर्शी की सहायता से आसानी से देखा जा सकता है। इन सूक्ष्य जीवों को प्रोटोजोआ, जीवाणु और फफूँद या कवक में वर्गीकृत किया जा सकता है। बैक्टीरिया या जीवाणु जो एक कोशिकावाले पौधों का विस्तृत संसार है और जो संक्रामक रोगों का एक प्रमुख कारण है। अधिंकाश जीवाणु स्वतन्त्र रूप से संक्रमण करने में सक्ष्म नहीं होते और परिवहन के लिए हवा या पानी की धारा या जीवों पर एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचने के लिए निर्भर करते हैं जीवाणु सर्वत्र-मिट्टी, हवा, पानी, जीवों के शरीर पर और शरीर के विभिन्न छिद्रों में रहते हैं। पदार्थों के सड़ने से इनका घनिष्ठ सम्बंध है। जीवाणुओं से मनुष्यों को जो संक्रामक रोग होते हैं, उनकी सूची बहुत लम्बी है और उनमें टाइफाइड ज्वर, तपेदिक, प्लेग आदि रोग हैं। अतः प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह पुस्तक अत्यंत ही उपयोगी है।
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Hard Cover
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Kenneth M. Smith
